आशियाने उजड़े, संपर्क कटा, बाणगंगा नदी के पुल के पास लगा कटाव, भारी भीड़ जमा
सुरेश बागड़ी की रिपोर्ट
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मण्डावर। शहर सहित आसपास के क्षेत्र में अलसुबह करीब बजे से हुई एकाएक बारिश ने शहर सहित समूचे क्षेत्र की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिए। वही ग्रामीण क्षेत्रों में बसे कई ढाणियों में जलभराव होने से उनका गांवों से संपर्क कट गया। साथ ही क्षेत्र के मण्डावर महुवा रोड पर स्थित मशहूर बाणगंगा नदी के पास से निकल रहे नाले के बहाव से पुलिया की बगल की मिट्टी में कटाव लगने से कई बीघा खेत की मिट्टी पानी के बहाव के साथ नदी में बह गई। साथ ही कई पेड़ धराशाही हो गए। जिसकी भनक लगते ही सैकड़ों की संख्या में लोग नदी के पुल पर देखने के लिए जमा हो गए। वही अनेक लोग मोबाइल फोन से सेल्फी लेने व मिट्टी के कटाव के वीडियो बनाने में मशगूल रहे। इस दौरान पुल पर होकर सड़क यातायात चालू रहा।
जहा पुल पर आसपास के गांवो व गुजरने वाले वाहन चालकों की भीड़ अधिक होने पर दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहा। जिसे रोकने के लिए पुलिस व प्रशासन दोपहर बाद तक भी दूर -दूर तक दिखाई नही दिया। शहर में भी जलभराव के चलते सड़के टापू बन गई। जिससे सुबह स्कूल जाने वाले और सावन का महीना होने से सुबह मंदिर जाने वाले लोगो को भारी परेशानी हुई। सैनी समाज के अध्यक्ष प्रदीप सैनी ने बताया कि सुबह से ही कभी तेज तो कभी धीरे रुक रुक कर हुई बारिश ने लोगो की रोजमर्रा की दिनचर्या को गड़बड़ा दिया। वही मण्डावर महुवा रेलवे स्टेशन पर सवारी गाड़ी अजमेर से आगरा को जाने वाली इंटर सीटी एक्सप्रेस, खजुराहो एक्सप्रेस आदि सवारी गाडियां अपने निर्धारित समय से करीब 30 मिनिट तक लेट पहुंची। जिससे रेल यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। वही क्षेत्र के रसीदपुर में भारी बारिश के चलते हरिजन बस्ती में कईयों के आशियाने उजड़ गए। घरों में रखा घरेलू सामान टूट गया। जिसे लेकर ग्रामीणों ने एडवोकेट भुवनेश त्रिवेदी के नेतृत्व में तहसीलदार हरकेश मीणा को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की है।
ज्ञापन में बताया कि रसीदपुर में हरिजन बस्ती में मुन्ना हरिजन, महेश हरिजन, रघुवीर हरिजन आदि का मकान भारी बारिश के कारण टूट गया है। सरकार से उनके रहने व खाने की तत्काल व्यवस्था करने सहित पीड़ितों को मुआवजा राशि दी जावे। साथ ही बस्ती के पास खेतो में भरा पानी की निकासी की जाए। नरेंद्र योगी ने बताया की रसीदपुर पंचायत क्षेत्र के हाईवे स्थित आश्रम के आसपास पानी की निकासी नहीं होने से जलभराव हो गया। जिससे आश्रम की दीवारों में गहरी दरार आ गई।
उन्होंने बताया की पानी निकासी नहीं हुई और बारिश नहीं रुकी तो आश्रम को खतरा हो सकता है। जिसे लेकर स्थानीय पंचायती प्रशासन सहित जिम्मेदारों को सूचित कर दिया है। वही क्षेत्र में नाड़ी की ढाणी सहित अनेकों ढाणियों में बारिश के चलते रास्ते बंद हो गए। लोगो को मजबूरन पानी में होकर निकालना पड़ा। जिससे कई ढाणियों का मुख्य रास्ते से सम्पर्क टूट गया। शहर वासियों ने बताया कि आज की बारिश इस सीजन की पहली और अच्छी बारिश हुई है। साथ ही रैणी से कोट बांध को जाने वाली नहर में भी पानी की आवक हुई है। वही आठ घंटे लगातार बारिश होने से मकानो में पानी टपकने लग गया। तहसीलदार हरकेश मीणा ने बताया कि 132 एम एम बारिश हुई है। वही सायं को फिर काले -काले बादल छाए गए ओर बारिश का मौसम बन गया।