सांभर डाकघर में अव्यवस्थाओं से ग्राहक परेशान : शैलेश माथुर

लाइट बंद होने पर इनवर्टर की नहीं है व्यवस्था , ग्राहकों को पासबुक में एंट्री के लिए भी माथापच्ची 

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

सांभरझील। सांभर डाकघर में सैकड़ों ग्राहकों को अपने अपने रूपए का लेनदेन करने में काउंटर पर आधा से एक घंटा तक खड़े रहना पड़ता है। पैसे जमा करने के दौरान कभी प्रिंटर खराब तो कभी भीड़ का हवाला देकर बाद में बचत खाता में एंट्री करने के लिए बोला जाता है कि आप बैठ जाओ टाइम लगेगा। इसी चक्कर में बुजुर्ग ग्राहकों से भी काउंटर पर बैठे कर्मचारियों की भी कई दफा नोक झोक हो जाती है। कभी ग्राहक तप जाते हैं तो कभी डाकघर का बाबू और एक दूसरे को जवाब देने के अलावा कोई चारा नहीं रहता है। प्रक्रिया इतनी ढीली है की एक बार नोट जमा करने के लिए स्लिप भर के दे दो तो उसमें ही 15-20 मिनट लग जाते हैं, ऊपर से एंट्री का लफड़ा ग्राहकों के लिए टेंशन भरा होता है। 

90% ग्राहकों की पासबुक की एंट्री इतनी धुंधली व अस्पष्ट होती है कि प्रिंट पढ़ना भी मुश्किल हो जाता है और ग्राहक को पता ही नहीं होता कि अब उसके बैलेंस में कितना पैसा शेष बचा है। कई बचत खाता धारकों की पासबुक की हालत तो यह है कि लास्ट पेज तक जहां एंट्री करना भी संभव नहीं होता, दूसरी नई पासबुक बनाने के चक्कर में एंट्री पर एंट्री ठोक दी जाती है। एक तो ग्राहकों का दबाव और उस पर विद्युत सप्लाई बंद हो तो फिर चाहे लाइट 2 घंटे में आए या 15 मिनट में उससे पहले सब व्यवस्थाएं ठप्प जाती है। 

जानकारी जुटाने पर बताया गया कि डाकघर में विद्युत लाइट जाने पर बड़े इनवर्टर की व्यवस्था है लेकिन वह काम नहीं कर रहा है लंबे समय से। ऐसी स्थिति में डाकघर के जिम्मेदार अधिकारी इसे ठीक कराने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसके लिए विभाग ने अपने हेड ऑफिस को भी अवगत करवा दिया लेकिन इनवर्टर को सुधारने के लिए कोई दूसरा निर्देश अथवा उचित कार्रवाई नहीं होने से सांभर डाकघर में आए दिन ग्राहकों समय के बचत का नुकसान तो होता ही है साथ ही उनके जरूरी काम भी छूट जाते हैं। 

ग्राहकों का यह भी कहना है कि पोस्ट ऑफिस के एजेंटों का काम करने में विभाग तत्परता ज्यादा दिखाते है और वे लोग अंदर तक घुसकर अपने ग्राहकों की पासबुक को इकट्ठा कर रकम जमा करने के लिए फॉर्म सहित ग्राहकों की पासबुक केशियर को दे देते हैं, ऐसे में 10-5 ग्राहकों की एक साथ जमा निकासी करने में अन्य ग्राहक इस चक्कर में भी इंतजार करते रहते हैं। बचत खाता चेक धारक यदि किसी ने सांभर डाकघर का बैंक में चेक पास होने के लिए दे दिया तो क्या मजाल की 5 से  7 दिन से अधिक समय से पहले वह क्लियर हो जाए। इसके लिए भी बैंक से इनफॉरमेशन देकर पोस्ट मास्टर को चेक क्लियर करने के लिए बोला जाता है तब कहीं जाकर बड़ी मुश्किल से वह चेक क्लियर हो पता है।