www.daylife.page
मण्डावर। भारत बंद के दौरान जिला कलेक्टर के आदेशों के बावजूद दिनभर ठेकों पर खुलेआम शराब बिकती रही। ग्रामीणों की शिकायतों पर स्थानीय पुलिस ने कागजी खानापूर्ति के लिए शराब ठेकों से जुड़े छह लोगों को अलग-अलग जगहों से शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया गया है। इस दौरान आबकारी विभाग दिनभर गहरी नींद में सोता रहा और ठेकेदार कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर मोटी कमाई करने में लगे रहे। एससी- एसटी आरक्षण के वर्गीकरण फैसले के विरोध में बुधवार को भारत बंद के दौरान असामाजिक लोगों के द्वारा अप्रियजनक घटना घटित ना हो सके और क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला कलेक्टर दौसा द्वारा सम्पूर्ण जिले में शराब ठेकों को बंद रखने के सख्त आदेश दिए गए थे। जिसके बावजूद मण्डावर उपखण्ड क्षेत्र में शराब ठेकेदारों द्वारा दिनभर शराब की दुकानों को लुकाछीपी से खोलकर खुलेआम जमकर शराब बेची गई।
ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत के चलते शराब ठेकेदारों ने जिला कलेक्टर के आदेशों को ताख में रखकर मण्डावर के नए बस स्टैण्ड, सायपुर-पाखर रोड़, गढ़ हिम्मत सिंह, रसीदपुर सहित अन्य जगहों पर भारत बंद के दौरान दिनभर शराब ठेकेदारों ने ओवर रेट वसूलकर धड़ल्ले से शराब की बिक्री की गई। ग्रामीणों ने बताया कि शराब ठेकेदार नें शराब की दुकान के पास अपने कारिंदें लगा रखे जो कि पुलिस पर कड़ी निगरानी बनाई रखी। जिसकी वजह से सूचना मिलने पर शराब की दुकान पर पुलिस पहुंचने से पूर्व ही शराब ठेकेदार को पुलिस आने की भनक लग जाती है और वह शराब ठेके को बंद कर भूमिगत हो जाते है। वहीं ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग को भारत बंद के दौरान शराब ठेकों पर शराब बिकने की शिकायत की गई। जहां आबकारी विभाग दिनभर गहरी नींद में सोता रहा और ठेकेदार शराब बेचकर मोटी कमाई करते रहे।
वहीं ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने कागजी खानापूर्ति करते हुए शराब ठेकों से जुड़े छह जनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफतार किया गया है। पुलिस ने बताया कि मुरारी पुत्र छोटे लाल मीणा निवासी उदयपुरा को गढ़हिम्मतसिंह शराब के ठेके के पास से,राजेश पुत्र मोहन सिंह राजपूत निवासी खेड़ली,अनिल पुत्र रामफूल बैरवा निवासी गोपालगढ़, करण पुत्र सूरज मल गुर्जर निवासी करण वास मण्डावर को सायपु-पाखर शराब ठेके के पास एवं वेदराम पुत्र हजारी लाल मीणा निवासी भिखाहेड़ी,अनीश पुत्र जयराम बैरवा निवासी टहलड़ी को नए बस स्टैण्ड़ के शराब ठेके के पास से शांतिभंग के आरोप में गिरफतार किया गया है। जो कि आबकारी अधिकारीयों पर सवालिया निशान खड़े करता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर आबकारी विभाग शराब ठेकेदारों पर लगाम लगाकर रखे तो ठेकेदार जिला कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना नहीं कर पाते।
इनका कहना है: भारत बंद के दिन कई जगहों से सूचना मिली की शराब ठेकों पर शराब बेची जा रही है। सूचना के अनुसार पुलिस मौके पर पहुंची तो शराब ठेका बंद मिला, क्योंकि शराब ठेकेदारों के कारिंदें पुलिस आने की सूचना पहले ही दे देते हैं। जिसकी वह से ठेकेदार ठेका बंद कर भाग जाते हैं। वहीं पुलिस नें सायपुर-पाखर व नए बस स्टैण्ड के शराब ठेके से छह जनों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
-चन्द्र शेखर शर्मा
थानाधिकारी मण्डावर