फैडरेशन ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लाइज की बैठक जयपुर में सम्पन्न

स्मार्ट मीटर, एवं विद्युत संशोधन बिल के द्वारा निजीकरण करने का विरोध

जाफर लोहानी 

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मनोहरपुर (जयपुर)। ऑल इंडिया फैडरेशन ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लोयीज (ऐफी) के बैनर तले जयपुर के गणगौर होटल मे 10 -11 अगस्त को दो दिवसीय बैठक आयोजित हुई। इस बैठक मे देश के अलग अलग राज्यों से बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं के नेतागण उपस्थित हुए। बैठक की कार्यवाही एफी के अध्यक्ष एस मूर्ति,  समीमुल्ला एवं भरत झा के अध्यक्ष मण्डल की अध्यक्षता मे शुरू हुई। महासचिव मोहन शर्मा ने विगत हैदराबाद कॉन्फ्रेंस से लेकर अब तक छ: माह की अवधि में देश के राजनैतिक आर्थिक एवं विशेषकर बिजली क्षेत्र मे हुए बदलाव के ऊपर अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

इस बैठक की शुरुआत मे एटक राजस्थान  के अध्यक्ष एमएल यादव एवं महासचिव कुणाल रावत एवं राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन के महासचिव केशव व्यास द्वारा सभी आये हुए नेतागणो का अभिनंदन ज्ञापित किया। बैठक मे प्रत्येक राज्य के बिजली क्षेत्र मे हो रहे बदलाव एवं वहाँ कार्यरत कर्मचारियों के हालातों पर विस्तृत चर्चा की गई। वर्तमान मे प्रत्येक राज्य के बिजली निगम मे एक बडी समस्या यह है कि वहाँ स्थाई कर्मचारियों की भारी कमी है एवं अधिकांश स्वीकृत पद रिक्त हैं जिन पर भर्ती नहीं की जा रही है एवं अधिकांश काम के लिए बडी संख्या मे ठेकाकर्मी नियोजित कर रखे हैं जिनका खूब शोषण हो रहा है। 

बैठक मे चर्चा हुई की केंद्र सरकार देश के पूरे सार्वजनिक बिजली क्षेत्र को अपने पूँजीपति मित्रों को बेचने पर आमादा है जिसके लिए वो विद्युत संशोधन बिल लेकर आई है लेकिन बिजली कर्मचारियों के विरोध के कारण केंद्र सरकार पिछले दस वर्ष मे अपने पांच प्रयासों के बाद भी उक्त बिल पास नहीं कर सकी। वर्तमान मे भी उक्त बिल संसद की स्टेडिंग कमेटी के पास लंबित है। अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए केंद्र द्वारा राज्यों पर नए नए निर्देश थोपे जा रहे हैं जिनमे से स्मार्ट प्रीपेड मीटर एक बड़ा निर्यण है। 

इस बैठक मे सरकार द्वारा प्रस्तावित स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए इस जन विरोधी एवं कर्मचारी विरोधी बताया गया एवं यह भी आरोप लगाया गया कि स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट के पीछे कमीशन का मोटा खेल है। इस बैठक मे फैडरेशन ने निर्णय लिया है कि निजीकरण, स्मार्ट मीटर, ठेका कर्मचारियों को समान एवं न्यूनतम वेतन और नियमितीकरण, रिक्त पदों पर पर्याप्त भर्ती आदि विषयों पर आगामी 27 नवंबर को पूरे देश मे बिजली कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे।