देश की जनता वोट देकर नेताओं को संसद तक भेजती है कि देश का विकास हो और जनता की भलाई का काम हो अतः आरोप प्रत्यारोप की राजनीति नहीं करें, वह अपने पद की भी मर्यादा का ध्यान रखें। वाणी पर संयम रखें जनता सब देख रही है जब भी सत्ता पक्ष अपनी कोई बात रखना चाहता है तो विपक्ष हंगामा कर देता है और मुख्य बात रह जाती है। हंगामा करने की बजाए अगर मिलजुलकर विचार विमर्श की शैली अपना कर देश के हित की बात करें व जनता की भी बुनियादी जरूरत को पूरा करें तो ज्यादा बेहतर होगा।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़, (राजस्थान)