घर में भी सतर्क रहें। 

www.daylife.page

आजकल आए दिन  ठगी के नए-नए तरीके खोज कर जनता को ठग रहे हैं। लेकिन उनके हौसले इतने बुलंद हैं कि वह हमारे घर में भी घुसकर ठगी कर सकते हैं। कुछ समय पूर्व की बात है मैं अपने कमरे की खिड़की में बैठकर बाहर देख रही थी तभी आवाज आई, अग्रवाल साहब मैंने सोचा कि शायद कोई परिचित होंगे यह सोचकर मैं कमरे से बाहर आकर  गेट का दरवाजा खोलने लगी और जो ही मेरा चिटकनी पर हाथ पहुंचा दूसरी आवाज आई खंडेलवाल साहब   यह सुनते ही मैं सावधान हो गई की साधुओं ने नेम प्लेट पर नाम देख लिया है इसीलिए दूसरा साधू खंडेलवाल साहब कह रहा है। जाली के अंदर से ही मैंने पूछा,_आपको किसी से मिलना है। एक साधु बोला_हम हरिद्वार से आए हैं  और हमें अग्रवाल साहब से मिलना है मैंने कहा वह घर पर नहीं है और अपने शॉप पर है दूसरा साधू बोला आपकी दुकान कहां पर है। इस पर मैंने जवाब दिया कि जब आप अग्रवाल साहब के परिचित हैं तो फिर आपको यह भी मालूम होगा की दुकान कहां पर है यह सुनते ही दोनों साधु चलते बने। और मैं ठगी का शिकार होने से बच गई। हमें घर में भी  हमेशा सजग और सावधान रहना चाहिए। 

लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़, (राजस्थान)