हिंसा मानव जाति एवं मानवाधिकार कानून के विरुद्ध बड़ा कलंक
जयपुर। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे क्रुर अत्याचार के मामले को लेकर जयपुर में मुस्लिम प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई। जयपुर अल्पसंख्यक समाज के प्रबुद्धजनो ने बैठक के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यक नागरिकों के साथ हो रहे अत्याचार के विरूद्ध बांग्लादेश सरकार से ठोस कार्रवाई करने की मांग की। हाल ही बांग्लादेश में हुए तख्ता पलट के बाद लगातार समाजकंटकों द्वारा अल्पसंख्यक हिंदू, ईसाई, सिख समाज सहित अन्यों के साथ लगातार हिंसा की जा रही है जो मानव जाति एवं मानवाधिकार कानून के विरुद्ध एक बड़ा कलंक है।
वर्तमान में बांग्लादेश की सरकार अपराधियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारो के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। भारत, अमेरिका सहित अनेक देशों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समाज के साथ किए जा रहे अत्याचार बंद करने की नसीहत दी है किन्तु अभी तक इस मामले पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। इस आयोजित बैठक में देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को भी पत्र लिख उचित कार्यवाही की मांग की गई है।
इस दौरान होटल व्यवसायी हुसैन खान, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अयूब गौरी एवं सलीम खान, समाजसेवी शाहनवाज अंसारी, इंजीनियर सैयद मुजीबुर रहमान, उद्योगपति शेख नसीम एवं मोहम्मद ओवैस अली, सी.ए. मोहम्मद नाजी, इतिहासकार गुफरान अहमद एवं नदीम हसन, डॉ. सैयद खान, बिल्डर सलीम एवं नदीम खान सहित अनेक प्रबुद्धजन मौजुद रहे। (प्रेस नोट)