नई दिल्ली। पुरानी दिल्ली के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान एक्सल स्कूल द्वारा आयोजित वार्षिक समारोह और पुरस्कार वितरण के अवसर पर नई दिल्ली के माता सुंदरी लेन स्थित मिर्ज़ा ग़ालिब संस्थान के एवान-ए-ग़ालिब में एक भव्य सभा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, दिल्ली के सम्मानित नागरिकों, शिक्षाविदों और उनके माता-पिता ने भाग लिया।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष, जेएलएन एजुकेशनल ग्रुप, राजस्थान के संस्थापक निदेशक और इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. आज़म बेग ने क़ुरान और सुन्नत की रोशनी में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि इस युग की आवश्यकताओं के अनुसार सभी प्रकार के आधुनिक ज्ञान को प्राप्त करना और क़ुरान और सुन्नत के सीधे स्रोतों से खुद को जोड़े रखना हमारा पहला कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हमें सभी प्रकार की रस्मों और अनावश्यक आंदोलनों को समाप्त करके हर गली-मोहल्ले में शुद्ध शैक्षिक और सामाजिक प्रयासों की शुरुआत करनी होगी।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. आज़म बेग ने एजुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट के निदेशक अब्दुल ग़फ़ार, नासिर ख़ान, समद भाई, वकील साहब, सिद्दीक साहब और हाफ़िज़ मोहम्मद हारून सहित सभी सदस्यों और शिक्षकों को एक सफल कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने छात्रों की सराहना की और उन्हें पुरस्कार भी वितरित किए। डॉ. आज़म बेग को निशान-ए-इम्तियाज अवार्ड से सम्मानित किया गया, जो राष्ट्रीय स्तर पर उर्दू भाषा और साहित्य और धार्मिक व आधुनिक शिक्षा के प्रचार के लिए उनके प्रयासों की सराहना में दिया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर रेहान ख़ान सूरी, चुनाव आयोग के पूर्व निदेशक डॉ. मोहम्मद अमीन, और संस्थान के प्रमुख ग़फ़ार के साथ अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन हाफ़िज़ मोहम्मद हारून द्वारा की गई दुआ के साथ हुआ।