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सांभरझील। ख़्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (अजमेर) के लाड़ले पोते हज़रत ख़्वाजा हुसामुद्दींन चिश्ती का सालाना 706 उर्स विधिवत कुल की रस्म के साथ संपन्न हुआ। मोहसिन खान उर्फ जावेद ने बताया कि उर्स की पारंपरिक रस्में दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने अदा की।
दरगाह स्थित महफिल खाने में दीवान साहब की सदारत कुल की महफिल की शुरुआत हुई सूफियाना कलाम रंग ओर बधवा पढा गया। दोपहर 3:30 बजे कुल की फतेहा पढ़ी गई और दीवान साहब की दस्तार की गई , उनके दस्ते मुबारक से अंजुमन हुसामिया कमेटी के सदर अब्दुल सलाम शेख की दस्तार की गई। कुल की फ़ातेहा के बाद दीवान साहब आस्ताने में कुल की रस्म अदा करने पहुंचे, वहां विशेष दुआ की गई। दीवान साहब व कमेटी के सभी ओहदेदारों की दरगाह खादिम सैयद अल्ताफ अहमद, सैयद जहीर अहमद, अशफाक अहमद, निसार अहमद द्वारा दस्तार की गई। कुल की रस्म में दरगाह कमेटी के सदर अब्दुल सलाम, नायब सदर शब्बीर रंगरेज, बाबू शेख, हमीद काजी, हफीज मंसूरी, सेक्रेट्री अब्दुल अजीज रंगरेज, केशियर शमीम अजमेरी उर्फ भोलू अजमेरी, रिजवान उस्मानी, उम्मेद अली कुरैशी, शरीफ अब्बासी, इंसाफ मंसूरी, सिराजुद्दीन मंसूरी, मुस्लिम खान सहित अनेक मुस्लिम समुदाय के प्रतिष्ठित लोग शरीक हुए।